अगस्त 2013 में सोनिया गांधी संसद में गिर गईं थी या गिरने की नाटक की । उन्होंने मेडिकल ट्रिप की आड़ में बिना किसी संदेह के अपनी अमेरिका यात्रा में चली गई |
2014 में राहुल गांधी
लंदन/बैंकॉक के रास्ते इटली में नानी से मिलने गए। उन्होंने नानी की आड़ में बिना
किसी संदेह के अपनी लोकेशन तय की और यात्रा पूरी की, इसी तरह
2015 में रॉबर्ट ने बिजनेस के लिए दुबई में लगातार यात्राएं शुरू कीं। उन्होंने बिजनेस की आड़ में बिना किसी संदेह के प्रियंका के लिए अपनी लोकेशन तय कर दी |
अब देखिये सोनिया गाँधी
मेडिकल ट्रिप के बहाने अमेरिका की यात्रा,बेटा लन्दन बैंकाक के रस्ते इटली और
दामाद दुबई इनमें से कोई भी एक-दूसरे की सीमा को पार नहीं किया । अब मम्मी को नानी
की चिंता नहीं है, नानी को प्रियंका की
चिंता नहीं, और दोनों को मेडिकल चेकअप की चिंता नहीं है | यहाँ सिर्फ बेटा को ही
नानी की चिंता है ,जबकि सोनिया गाँधी को अपनी माँ की कोई चिंता नही,
अब इन सब यात्राओं में क्या समानता है
इन सब यात्राओ में प्रमुख समानता ये है की सभी के यात्रा में सभी जगह चीनी एलएसएल का साथ होना और पाकिस्तानी ISI के लोगो को होना,हम सब जानते है की जब कभी राहुल गाँधी विदेश जाते है तो देश में कुछ बड़ा दुर्घटना होता ही है चलिए समझते है की उसके बाद क्या हुआ उदाहरण के तौर पर ...
अमेरिका ऑपरेशन : रोहित वेमुला से लेकर फार्म प्रोटेस्ट तक के परिणामस्वरूप यूएस ट्रिप में हुई हैं। टूलकिट और फंडिंग द्वारा रणनीतिक पहल के द्वारा ऐसे ही घटनाओ को बड़ी सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया | रोहित वेमुल्ला को दलित न होकर भी दलित बनाया गया | एक दलित की हत्या कर दी गई और दलित के नाम पर खूब छाती पिटा गया | खूब राजनीती की गई, रोहित वेमुला जैसा हत्या या आत्महत्या होते रहते है, पर कितने रोहित वेमुला की तरह मुद्दा बनाया जाता, टूल किट में इसी तरह की खेल खेला जाता है |
लंदन/बैंकॉक (lSl) : नैरेटिव बिल्डिंग में । सोशल मीडिया प्लानिंग
किया गया और राइट-विंग के भी फ्रेंड फोल्लोवरो
यूट्यूबरो को काम में रखा गया, जो पैसे के लिए यूट्यूब लिखते और विडियो बनाते हैं। इनमे से कई तो धार्मिक
एक्सपर्ट है ,कोई सनसनी बाजीगर, कोई मीडिया पाडा जो सिर्फ पैसे के लिए ही काम करते है, और वामी
मीडिया पैसे के लिए तो कपडे फाड़ने के लिए तैयार रहती है | उनका नाम लेने की ज़रूरत
नहीं है, लोग जानते है, आप बड़े बड़े एक्सपर्ट से लेकर सनातनी मौलाना तक सभी को को
टूल किट का हिस्सा बनाया गया | सभी को मोटी फंडिंग मिलती गई कोई सनातन के आड़
में सरकार के खिलाफ माहौल बनाना शुरू किया,तो कोई सनातन के विरोध में लेकिन सभी का
काम सिर्फ एक ही था सरकार का विरोध करना |
दुबई (lSl) : ऑपरेशन, पुलवामा की घटना सबको याद ही होगा जहाँ 40 जवानों की वलिदान हुई थी, वह एक आत्मघाती घटना था, वाहनों के काफिले पर हमला किया गया था | जैश-ए-मोहम्मद ने करवाया जिसका मास्टर माइंड आदिल अहमद डार था |
कोई भी घटना ऊही नही होता सबके पीछे कोई न कोई मकसद होती है |
अगर आप अपना दिमाग को
शांत रखें और सोचे दादरी कांड से लेकर रोहित वेमुला से लेकर
अवार्ड वापसी गैंग सीएए/एनआरसी से लेकर कृषि कानून तक के बारे में सोचें। हर घटना के पीछे कारण समझ में आयेगा ही ये सारी
घटनाये एक के बाद एक होते गया, क्या ये सब अपने आप होते गया, नहीं सब घटना के
पीछे बहुत बड़ी दिमाग होती है, कोई न कोई मकसद होता है फिर हर घटना को पिछली घटनाओं
में हुई गलतियों का ध्यान रखते हुए सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध किया जाता जैसे की देख
ले भारत जोड़ो यात्रा और हर घटना अधिक परिष्कृत होती है, और एक उद्देश्य तो सिर्फ
"नागरिक अशांति" फैलाना ही होता है, इसका एक ही मकसद है, किसी भी कीमत पर मोदी
शासन को उखाड़ फेंकना |
अब हिंदू और हिंदुत्व
हाल के दिनों में देखा
गया की हिन्दू और हिन्दुत्व पर हमले बढे है ,कांग्रेस सारा कुछ कर्म करने के बावजूद
पिछले तीन चुनाव से सत्ता से बाहर है, ओ जान रही है आनेवाला समय बहुत कठिन भरा होगा
और जानते है की बीजेपी को वोट देने वाला सिर्फ हिन्दू ही है, इसलिए अब हिंदू और
हिंदुत्व पर हमला बोल का हिन्दुओ को जातियो में तोड़कर अपना काम सीधा किया जाय पर अभी तक ऐसा हो न सका और बाद में हिन्दुओ का
ही कब्र खोद दिया जाय | अब उनकी नीति और राजनीती सबको समझ में आ ही रहा है |
अब मूल बात यह है कि जब तक हिन्दू कांग्रेस जैसे पार्टियों को वोट
देते रहेंगे तब तक भारत की 90% समस्याएँ और विकास में
गतिरोधक हल नही होगा और न ही हटेगी | अब हिन्दुओ को सोचना है की कांग्रेस द्वारा अपनी
खाल नोचवाना है या फिर इससे बाहर आना है |
जब भी कोई शरीर गिरता है तो कांग्रेस मीडिया के साथ चिल्लाती है, तो समझ लेना चाहिए की इसके मूल में "कांग्रेस इसमें पूरी तरह से शामिल
है"
राजनीति में, कुछ भी घटना दुर्घटनावश नहीं होता है, सब योजनाबद्ध होता है - फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट