कांग्रेस संविधान के माध्यम से भारत को मुस्लिम राष्ट्र बना चुकी थी; घोषणा नहीं कर पाई

Sidheswar
0

 

कांग्रेस पार्टी का गठन 140 साल पहले  एक अंग्रेज नौकरशाह  A .O HUME ने 1883 किया था | जिसका उदेश्य ही स्वतंत्रता आन्दोलन को खत्म करना था, न की भारत को स्वतंत्र करना | तब से आज तक हिन्दू विरोधी रही ये पार्टी अंग्रेजो से भी खतरनाक संविधान के माध्यम से भारत को इस्लामिक मुल्क बनाने की घिनौना खेल करती रही और यह दस्तूर आज भी जारी  है | संविधान में ऐसे ऐसे अनुच्छेद और संशोधन लाकर  मुस्लिम मुल्क की नीव रखी  कांग्रेस | धर्म के नाम पर बंटवारा कर चुकी  हिन्दुओ को कब्र खोदने में लगी है | हिन्दुओ के वोट से जितने वाली कांग्रेस हिन्दुओ की ही जड़ में मठा डाल रही है | हिन्दू और  राष्ट्र विरोधी कानून जो मुसलमानों की तुष्टिकरण के लिए लाये गये थे |

अनुच्छेद  संख्या 25, 28, 30 (1950)

एचआरसीई अधिनियम (HRCE) (1951) 

एचसीबी एमपीएल (HCBMPL) (1956) 

धर्मनिरपेक्षता  (SECULARISM) (1975)

अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम (1992) 

POW (प्लेसेज ऑफ़ वर्शिप एक्ट) अधिनियम (1991)

वक्फ (WAQF बोर्ड ) अधिनियम (1995)

राम सेतु शपथ पत्र (2007)

किशोर न्याय अधिनियम  (2009)

अनुच्छेद 370 और 35A

1)  अनुच्छेद 25 में जो धर्मांतरण को वैध बनाता है । और अनुच्छेद 28 के माध्यम से हिंदुओं से धार्मिक शिक्षा छीन ली गई और अनुच्छेद 30 के माध्यम से मुस्लिमों और ईसाइयों को धार्मिक शिक्षा धर्म की प्रचार की अनुमति दे दी गई | बात यही पर नही रुकी |

2) 1951 में एचआरसीई अधिनियम लागू करके सभी मंदिरों और मंदिरों का पैसा हिंदुओं से छीन लिया साथ ही गुरुकुलो को खत्म कर दिया गया |

3) कांग्रेस ने हिंदू कोड बिल के तहत तलाक कानून, दहेज कानून द्वारा हिंदू परिवारों को नष्ट कर दिया | लेकिन मुस्लिम पर्सनल लॉ को छुआ तक नहीं। मुसलमानों को बहुविवाह की अनुमति दे दी ताकि वे अपनी जनसंख्या बढ़ाते रहें और बाद में गजवा-इ-हिन्द की सपना साकार किया जा सके |

4) 1954 में विशेष विवाह अधिनियम मुस्लिमो के लिए लाया गया ताकि मुस्लिम लड़के आसानी से हिंदू लड़कियों से विवाह कर सके । उसे धर्म परिवर्तन आसानी से किया जा सके | उसे लव जिहाद में फसाया जा सके |

 5) 1975 में इंद्रा गाँधी ने आपातकाल लगाया, जबरदस्ती धर्मनिरपेक्षता शब्द संविधान में जोड़ा गया और जबरदस्ती भारत को धर्मनिरपेक्ष बना दिया गया । केवल हिंदुओं की नसबंदी कर दी गई ताकि देश की डेमोग्राफी बदला जा सके, जिसका असर अब जगह जगह दिखाई दे रहा है। देश के सीमावर्ती इलाको में 90 प्रतिशत तक डेमोग्राफी बदल दी गई |

6) कांग्रेस को इतना में भी संतोष नही हुआ 1991 में वे अल्पसंख्यक आयोग कानून लेकर आये और घोषणा की गई  मुसलमानों  को अल्पसंख्यक माना जाय, जबकि धर्मनिरपेक्ष देश में बहुसंख्यक अल्पसंख्यक नहीं हो सकते। पर कांग्रेस देश और संविधान की मखोल उड़ाती रही |

7) मुसलमानों को सरकारी छात्रवृत्ति जैसे विशेष अधिकार दे दी गई ताकि अल्पसंख्यक अधिनियम के तहत उन्हें लाभ मिल सके | हिन्दुओ के लिए ऐसा किसी तरह की कोई योजना नही बनाया गया |

8) 1992 में प्लेसेज ऑफ़ वर्शिप एक्ट के तहत  हिंदुओं को उनके मंदिर कानूनी तरीके से वापस लेने से रोक लगा  दिया गया साथ ही  मंदिरों को अपने अधिकार क्षेत्र से हटा दिया गया और बड़ी चालाकी से पूजा स्थल अधिनियम द्वारा 40000 मंदिर हिंदुओं से छीन लिए गया |

9) कांग्रेस की करामात यहीं नहीं रुकी 1995 में वक्फ बोर्ड अधिनियम लाकर मुसलमानों को किसी भी जमीन मतलब सरकारी हो या फिर निजी सिर्फ कह देने मात्र से या दावा कर से वह सम्पति या जमींन वक्फ की सम्पति हो हो जाती , वक्फ अधिनियम के जरिए किसी भी हिंदू की जमीन छीनने का अधिकार दे दिया और मुसलमानों को भारत का दूसरा सबसे बड़ा जमीन मालिक बना दिया गया । ऐसे ऐसे कानून लाकर हिन्दुओ को कब्र खोद दिया पर हिन्दू अभी भी चैन का नीद ले रहा है |

10)  कांग्रेस हिन्दुओ से नफरत इस कदर तक चली गई की 2007 में सुप्रीम कोर्ट में रामसेतु हलफनामे में श्री राम के अस्तित्व को अस्वीकार कर दिया साथ ही हिन्दू धर्म पर ही सवालिया निशान खड़ा  दिया और कांग्रेस की हिंदू विरोधी धर्मयुद्ध चरम बिंदु पर 2009 में था। जब कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद एक शब्द को गढ़कर हिंदू धर्म को आतंकवाद से जोड़ दिया और हिन्दूओ को आताकवंदी घोषित किया गया |

11) अजीब की बात यह है कि इसी कांग्रेस ने अपने 140 साल के इतिहास में कभी बुर्के में, मुतहा,तीन तलाक में कभी कोई कोई बात करते  नहीं पाया गया पर हिन्दुओ को जलील करने में कोई कसर नही छोड़ा |

12) कांग्रेस धीरे-धीरे बड़ी चतुराई से हिंदुओं को नंगा करने के साथ साथ जलील करती रही, एक-एक करके हिंदू अधिकारों को छीनते रही और अब हिंदू पूरी तरह से हर चीज से वंचित हो गए हैं, मजे की  बात यह है कि हिन्दुओं को इसके बारे में पता तक नहीं है।हिन्दुओ के साथ कांग्रेस ने क्या क्या  खेला कर रही है, आज भी  हिन्दू अपनी मुर्खता की पराकाष्ठा चरम सीमा पर है |

13) अब हिन्दू के पास न अपने मंदिर ही बचा हैं, और न अपनी धार्मिक शिक्षा ही ,न जमीनें अपनी बची है न  स्थायी संपत्ति बची हैं |

चिर निद्रा में सोया हिन्दू कभी ये प्रशन नही पूछते की आखिर  क्यों मस्जिद और चर्च स्वतंत्र हैं, लेकिन मंदिर सरकार के अधीन हैं? नियंत्रण में है? आखिर क्यों ऐसा है | आखिर हिन्दू क्यों नही पूछते  क्यों सरकारी वित्त पोषित मदरसे, कॉन्वेंट स्कूल है लेकिन सरकारी वित्त पोषित गुरुकुल नहीं, आखिर क्यों नही है  ऐसा कैसे है एक देश में अलग अलग भेद भाव आखिर क्यों है | कभी किसी ने पूछा आखिर मुसलमानों के लिए  वक्फ बोर्ड अधिनियम तो हिंदूओ के लिए  भूमि अधिनियम क्यों नहीं है? मुसलमानों के लिए  मुस्लिम पर्सनल बोर्ड है, लेकिन हिंदू पर्सनल बोर्ड क्यों नहीं है  ? यदि भारत धर्मनिरपेक्ष देश है तो यहां बहुसंख्यक, अल्पसंख्यक क्यों हैं? ये सवाल हर हिन्दू के पास क्यों नही है हर हिन्दू अपनी स्वार्थ सिद्ध करने में जुटा है और उधर कांग्रेस मुसलमानों के साथ मिलकर हिन्दुओ की कब्र खोदने में लगा है ,इतना सब कुछ होने के बाद भी हिन्दू चुप  है |

स्कूलों में रामायण और महाभारत क्यों नहीं पढ़ाई जाती आखिर क्यों किसी ने नही पूछा संविधान को ढाल बनाकर कांग्रेस ने 70 सालो में ओ कर दिया जो 200 सालो तक राज करने वाले अंग्रेजो ने भी नही कर सका था,हिन्दूओ  की धार्मिक,सांस्कृतिक पहचान मिटा दिया गया और जो बचा भी है आज भी मिटाने की प्रयास जारी है कांग्रेस ने हिन्दुओ को जड़ से काट कर नष्ट कर दिया | 

14) बाबर, औरंगजेब ने हिंदू धर्म को बर्बाद करने के लिए तलवार का इस्तेमाल किया था पर कांग्रेस ने हिंदू धर्म को नष्ट करने के लिए संविधान, अधिनियमों, अनुच्छेदों  विधेयकों का इस्तेमाल बखूबी  किया और जहां तलवार विफल रही, वहां संविधान का सहारा लेकर कांग्रेस ने हिन्दुओ का मूल काट दिया |   

15) अगर कोई ये सारा सवाल पूछने की कोशिश करता भी है तो उसे सांप्रदायिक, भगवा और भक्त घोषित कर दिया जाता । कोई राजनेता इन गलतियों को सुधारने का प्रयास करता भी  है तो उन्हें देशविरोधी,संविधान विरोधी,धर्म विरोधी कर बुलाया जाता और लोकतंत्र को कमजोर करने वाला कहा जाता | कांग्रेस के तमाम लोबी एक्टिव हो जाती बड़े बड़े लेख लिखे जाते,मीडिया में हो हंगामा होता देश  तो छोडिये तमाम देशी  विदेशी अख़बार में बड़े बड़े लेख लिखे जाते |

 16) कभी शक्तिशाली रोमन धर्म हुआ करता था दुनिया में रोमन साम्राज्य हुआ करता था, पर आज कही कोई पता नही है| रोमन साम्राज्य  पतन में केवल 80 वर्ष लगे थे । प्रत्येक हिंदू को जरून रोमन साम्राज्य के बारे में जानना चाहिए, रोमन सभ्यता के पतन के बारे में अवश्य पढ़ना चाहिए। रोमन की सभ्यता ऐसी थी की कोई भी बाहरी ताकत उन्हें हरा नहीं सकी, पर वे आंतरिक रूप से अपने ही शासक कॉन्सटेंटाइन और ईसाई धर्म से हार गई ,आज रोमन सभ्यता की नमो निशान नहीं बची है कोई नाम लेवा नही है सिर्फ इतिहास ही है |

17) हिंदुओं को अब गुलाम मानसिकता से बाहर निकलने और शिवाजी और महाराणा प्रताप की तरह बनने का समय आ गया है, जो अपने शासनकाल के दौरान कभी गुलाम नहीं बने। 

अगर हिन्दू गुलाम मानसिकता से बाहर नही निकले,अपनी सभ्यता संस्कृति की ओर  नही लौटे तो हिन्दुओ को रोमन सभ्यता की तरह इतिहास बनने में कोई रोक नही सकता | और फिर इतिहास के पन्नो पर हमेशा हमेशा के लिए हिन्दू दफ़न हो जायेगा |

--------------------------------------------------------------------------------------------------
Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top