इतिहास नेहरू खानदान को इतना सीमित क्यों किया गया ,जवाहरलाल नेहरु के पिता मोती लाल नेहरु उसके बाद इस खानदान की कोई आता पता नही है ,इस खानदान की इतिहास यही खत्म हो जाती | मोतीलाल के बाद कौन ?
नेहरू के खानदान
जब नेहरू जाति हिन्दुओं में नहीं होती है तो नेहरू खानदान कौन है,नेहरू खानदान के फर्जी कश्मीरी संदिग्ध भारतीय बिना बहुमत के भारत में अंग्रेजों की घिनौनी साजिश से छल कपट से बने भारत के प्रथम जिहादी प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भारत के अल्पसंख्यकों की रक्षा व सुरक्षा हेतु और पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों की रक्षा व सुरक्षा हेतु जो पाकिस्तान देश से दिल्ली समझौता/दिल्ली पैक्ट जवाहर लाल नेहरू और लियाकत अली के बीच हुआ था | इस समझौते के तहत पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं और सिखों को सुरक्षा की गारेंटी देनी थी पर हुआ उल्टा पाकिस्तान में भयानक अत्याचार हुआ| कांग्रेस और तमाम सेकुलर पार्टी के नेताओं ने खुलकर पाकिस्तान का आखिर विरोध क्यों नहीं किया| क्यों नही पाकिस्तान पर दबाब बनाया गया | जब देश की बटवारा ही धर्म के नाम पर हुआ तो मुसलमानों को रोका क्यों गया | ये सब साजिश के तहत किया गया |
पाकिस्तान और बंग्लादेश तथा अफगानिस्तान में बहुसंख्यक मुसलमानों के अत्याचार से पीड़ित अल्पसंख्यक हिन्दुओं, सिखों, बौद्धों और जैनियों आदि पीड़ित लोगों को नागरिकता देने वाला ही नागरिकता संशोधन विधेयक (C.A.A.) कानून है |
क्योंकि खासकर पाकिस्तान ने समझौता करने के बाद भी अल्पसंख्यक हिन्दुओं और सिखों के ऊपर घिनौना अत्याचार होता रहा खुले आम धर्म परिवर्तन होता रहा हत्या होती रही पर भारत मौन बना रहा | भारत पड़ोसी मुस्लिम देश और अफगानिस्तान में बहुसंख्यक मुसलमानों ने अल्पसंख्यक हिन्दुओं और सिखों के ऊपर अत्याचार किया, इसलिए जान बचाकर भारत में शरण लेने वाले लोगों को नागरिकता देने वाला नागरिकता संशोधन विधेयक (C.A.A.) इसलिए लागू होना जरूरी है|
और बार यही नही रुकती कांग्रेस ने कभी भी पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दू और सिखों के ऊपर पाकिस्तान में किये गये अत्याचार के मामला को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर और संयुक्त राष्ट्र संघ में कभी क्यों नहीं उठाया था|
आखिर कांग्रेसियों और कांग्रेस के सहयोगी पार्टियों वाले फर्जी सेकुलरिज्म वाले बताओ कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दू और सिखों पर अत्याचार पर समझौते के बाद भी घिनौना अत्याचार होता रहा | तो पाकिस्तान का विरोध क्यों नहीं करते हो |
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