घरजमाई बनने के कगार में है झारखण्ड सीमावर्ती जिले ,सरहद से सटे इलाकों में घुसपैठ, धर्म परिवर्तन, लव जिहाद, लैंड जिहाद के आरोपों पर संथाल-परगना के तीन जिलों में हिस्सों में धड्दले से चल रही आदिवासी लडकियों को लव जिहाद में फासकर शादी कर इस इलाके में सामाजिक राजनितिक और धार्मिक बदलाव की वजह बन रही है |ऐसे कई लड़की मिल जायेगे जो दुसरे धर्म के साथ शादी करके मुखिया से लेकर पार्षद बन गई है ,इसके तहत ही आदिवासियों के जमींन पर नाजायज कब्ज़ा कर रहे है |और भोले भाले आदिवासियों को प्रताड़ित कर रहे है ,रोहिन्गीय मुसलमानों को बड़ी तरीके से बसाया जा रहा है | इसकी भनक सबको है पर कोई इसके खिलाफ कुछ नही बोलता और यही रोहिन्गीय गरीब आदिवासियों को लव जिहाद में फासकर शादी करते है | और कथा कथिक घरजमाई बन जाते है ,और उस परिवार में हिस्सेदारी की भागीदार बन जाते
आदिवासी लड़कियां साजिश की शिकार
ऐसे सैकड़ो आदिवासी लडकियों को फसाकर शादी करते है ,नाम छिपाकर हिन्दू आदिवासी लडकियों को लव जिहाद फसाते है शादी के नाम पर उसे धोखा ही मिलता है शादी के बाद मालूम चलता है जिसके साथ शादी हुआ है ओ कोई दूसरा धर्म के मानने वाले है |अगर कोई लडकी जान जाती है या फिर उसे रास्ते से हटा दिया जाता है |
लडकियों को शोसन किया जाता |
इन सीमावर्ती इलाको में ऐसे कई लोग एक्टिव है जो दिल्ली और मुंबई में नौकरी के नाम पर लडकियों को बेच दिया जाता है |ऐसे इस सीमावर्ती इलाको में इस तरह के सैकड़ो घटना हो रही है | कुछ घटना का तो पता ही नही चलता क्योकि आदिवासी पढ़े लिखे ज्यदा नही होते पुलिस और थाने के चक्कर नही काट पाते ,
इस तरह की घटना इतनी आधिक हो गई है की यहाँ के स्थानीय युवा भी ऐसे घटना को रोकने के लिए आगे आ रहे है |
पर झारखण्ड सरकार आखं बंद करके सो रहा इस सरकार को कोई फर्क भी नही पड़ रहा है |और न ही वहां के कोई पुलिस प्रशासन में भी कोई मदद नही मिलती |
बड़े शर्म की बात है ये सरकार आदिवासी की हमदर्द कहने वाले सरकार हाथ में हाथ रखकर सो रही है | इन आदिवासियों को न को देखने वाला है और न कोई सुनने वाला|
इन इलाको में धर्म परिवर्तन के लिए कई चर्च भी खोले गए है | पैसा और धन की लालच देकर बहुत आसानी से धर्म परिवर्तित कर दिया जाता है |
इस विषय पर प्रशासन से बात करने पर किसी भी तरह की मदद करने में इनकार कर दिया जाता है |
बड़े बड़े जाती वादी नेता बड़े वादे करते रहते है ,कभी 1932 के खतियाँन के नाम पर तो कभी बेरोजगार युवा को बहलाकर अपनी उल्लू सीधा कर चलता बनते है | जितने इस तरह से बाते कर रहे है ये सभी का फण्ड कही और से आते है और चर्च में माथा टेकते है |
बहरी भीतरी और 1932 के नाम पर जो ये राजनीती हो रही है ,राजनीती करने वाले कभी जल ,जंगल और जमींन की बाते नही करते ,जाति के नाम पर भेद पैदा कर एक दुसरे के ऊपर कीचड़ उछालने की काम करते है |
आज झारखण्ड की स्तिथि बहुत भयानक होते जा रही है सीमावर्ती इलाको में बहुत भयानक तरीके से जनसंख्या सन्तुलन बदला जा रहा है | बंगलादेशी मुसलमानों और रोहिंग्यो मुसलमानों को सरकार के देख-रेख में बसाया जा रहा है | हिन्दू अल्पसंख्यक होते जा रहे है | अपनी वोट बैंक की राजनीती ने झारखण्ड को पाकिस्तान बनाने की साजिश किया जा रहा है |
अभी तक सत्ता रूढ़ पार्टी हो या फिर कोई लोकल पार्टी कभी इस भयानक सच के बारे में बात नही करता | आरक्षण और खतियान के नाम पर खास कर युवाओ को बरगलाया जा रहा है | इस मुद्दे को बीजेपी को छोड़कर कोई उठाने की हिम्मत नही कर रहा है |
झारखण्ड के लगभग हर बिधानसभा क्षेत्र में 10 से 15000 घुसपैठियों को बसाया जा चूका है और ये धडल्ले से जरी है | अपने वोट बैंक के खातिर ये लोग इतने गिर चुके है की देश समाज को लुटाने की कसम खा चुके है |
कभी आदिवासीओ की पार्टी कहे जाने वाली झारखण्ड मुक्ति मोर्चा आज घुसपैठियों के मुद्दे पर मौन धारण कर चुकी है | कभी आदिवासियो की एकता और विकाश की बाते करने वाली पार्टी आज फ़ादर और चादर को खुश करने में जुटी है | आदिवासी हितो की रक्षा की बाते करने वाली पार्टी आज सरना और सनातन की रक्षा करने बिफल रही है |